पौष पूर्णिमा का पहर प्रारंभ होते ही महाकुंभ मे हर हर गंगे, हर हर महादेव के जयघोष के साथ तीर्थ राज प्रयागराज में बहुप्रतीक्षित महाकुंभ का आगाज श्रद्धालु भक्तो की डुबकियों से प्रारंभ हो गया।
महाकुम्भ पर सुनील दुबे की विशेष खबर
ब्रम्हबेला के प्रारंभ होते ही तीर्थराज प्रयागराज के पावनधरती पर पहुंचे लाखों लोगों ने गंगा नदी में जय गंगे, हर हर महादेव के जयघोष के साथ डुबकी लगा कर महाकुंभ के प्रथम स्नान का शुभारंभ किया। ब्रह्मबेला में सुबह 4:32 के बाद से गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त था, लेकिन हजारों श्रद्धालुओं ने मुहूर्त पूर्व से ही गंगामता के अमृत जल में नहाकर अपने को धन्य करने की बेचैनी डुबकी पर डुबकी लगाते रहे। वही मुहूर्त प्रारंभ होते ही संगम स्थल सहित विभिन्न घाटों, त्रिवेणी की धारा में लोग गोता लगाने लगे। सरकारी जानकारी के तौर पर सूर्य की लालिमा प्रारंभ काल तक तीन लाख से ज्यादा लोगों ने गंगा में स्नान किया। सुरक्षा की जबरदस्त व्यवस्था, चारों तरफ विधुत से किए गए उजाले, तटों की सजावट से तीर्थराज प्रयागराज जगमग जगमग कर रहा था। हर्ष का वातावरण, गंगा मईयाका जयघोष, महादेव के नाम के अभिषेकीय जय घोष से पूरा प्रगराज गूंज रहा था।
डुबकी लगाने वाले जैसे महादेव का गंगाजल से अभीषेक कर रहे हैं। वातावरण ऐसा जैसे स्वर्ग से देवराज इंद्र देवताओं के साथ पुष्प वर्षा रहे हो। इस अवसर पर देवी देवताओं की प्रसन्नता का रूप स्वरूप यह रहा कि अन्य दिनों की भांति ठंडी काफी कम रही। पवन देव हवा बेग समान्य था। भगवान देवेंद्र ने वारिस की छोटी छोटी बूंदे गिराकर जैसे शुभ मुहूर्त का शुभारंभ किया। उत्तर प्रदेश की सरकार इस पावन बेला से काफी उत्साहित होकर प्रसन्नता व्यक्त करती रही। तभी तो अहले सुबह ही योगी आदित्यनाथ ने स्नानार्थियों, मेलार्थियों , दर्शनार्थियों एवं विश्व के सनातनियों को इस अवसर पर शुभकामनाएं दी तथा प्रयागराज की धरती पर विश्व के कोने कोने से आए हुए समागमियों के प्रति आभार व्यक्त किया।