आख़िरकार साहिल के परिजनों को इन्साफ की माँग को लेकर सड़क पर उतरना ही पड़ा आपको बता दें की साहिल की मौत पिछले महीने स्कूल मे हो गई थी जिसे परिजन हत्या बता रहे थे परन्तु पुलिस द्वारा उसे दुर्घटना करार दीया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद परिजनों द्वारा पुलिस पर स्कूल प्रशासन से मिला भगत का आरोप लगाकर साहिल के परिजनों ने जिलाधिकारी से मिलकर इस मामले मे इन्साफ की माँग की थी और जिलाधिकारी ने इंसाफ दिलाने का आश्वासन दीया था। परन्तु उसके बाद भी पुलिस की कार्यवाही से नाखुश परिजनों और नगरवासियो ने कल कैण्डल मार्च निकाल कर साहिल के हत्यारो को सजा दिलाने की बात कही।
इस घटना पर सुनील दुबे की रिपोर्ट
यह एक बहुत ही बड़ी दुःखद सच हैं, कि बगहा पुलिस की कार्यशैली पर जिले के बुद्धिजीवी वर्ग क्षोभ में है। उनके क्षोभ का कारण है कि, बगहा पुलिस जिला के चौतरवा थाना के अंतर्गत आरसी इंटरनेशनल स्कूल परिसर में नौ वर्षीय छात्र साहिल राज की संदिग्ध अवस्था में हुयी मौत पर पुलिस की जाँच पर परिजनों को विश्वास नहीं है। पुलिस ने साहिल की मौत के जो तथ्य पेश किए हैं उसे पर लोगों को विश्वास नहीं है। साहिल को जानने वाले एवं परिजनों का आरोप है कि साहिल की मौत एक सामान्य मौत नहीं बल्कि हत्या की श्रेणी का है और पुलिस द्वारा विद्यालय प्रशासन की मिली भारत से मामले को अलग ही रूप देने की कोशिश की गई है।
साहिल की मौत की खबर जब मीडिया के माध्यम से आम जनों के बीच में आई, तो छात्र-छात्राओं सहित आम बुद्धिजीवियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। यहां तक की राजधानी पटना से भी इस घटना पर प्रतिक्रियायें आई और पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी भी व्यक्त की गई। मालूम हो कि साहिल के परिवार वाले विगत दिन जिला पदाधिकारी से भी मिलकर राहुल राज को न्याय दिलाने के लिए गुहार लगाये थे। जब राहुल राज के परिजनों के द्वारा जिला पदाधिकारी के पास अपनी दुखड़ा व्यक्त की जा रही थी, बगहा पुलिस की कार्यशैली पर दुख व्यक्त किया जा रहा था।
उनके परिजनों के द्वारा हाथ जोड़कर डीएम साहब से साहिल को न्याय दिलाने की गुहार की जा रही थी, उस समय डी एम दिनेश कुमार राय भी काफी भावुक नजर आ रहे थे। माता-पिता के कोख से निकला राहुल राज रूपी नौ वर्षीय बगिया का पौधा अचानक से मुरझा जाने और उसकी पीड़ा में माता का बुरा हाल हो जाने पर, जिला पदाधिकारी भी काफी दुखी नजर आए।
उन्होंने उन लोगों को भरोसा दिलाया कि, निश्चित रूप से उन्हें इंसाफ मिलेगा। यह सुनकर राहुल राज के परिजनों को काफी राहत मिली। यह खबर भी मीडिया में चली। आम जनों को भी इस खबर से सुकून मिला कि, अब इंसाफ हो जाएगा। जिला पदाधिकारी ने इस विषय पर पुलिस कप्तान से बात भी की गयी थी। परन्तु लंबा समय बीत जाने के बाद भी जिलाधिकारी द्वारा किए गए वादे पर परिजनों को किसी भी प्रकार की संतुष्टि नहीं मिली।
जिसके बाद अंततः जिले के बुद्धिजीवियों ने फरवरी माह के समाप्ति के दिन यानी 28 फरवरी को जिला मुख्यालय बेतिया के सड़कों पर साहिल राज के माता-पिता के साथ कैंडल मार्च निकाला।” साहिल राज को इंसाफ दो ” का आवाज दिया। बुद्धिजीवों का यह कैंडल मार्च बगहा पुलिस के लिए एक बहुत बड़ा संदेश है, कि राहुल राज के मौत का सही खुलासा उसे करना ही होगा। अब राहुल राज के परिजन ही नहीं अब यहां की बुद्धिजीवी भी इसके लिए खड़े हो चुके हैं l
यह सच्चाई है कि ईश्वर के स्वर्ग घर में बैठे राहुल राज की मौत की खुलासे की इंतजार में यहां के लोग हैं। यह मामला बगहा की जनता पुलिस प्रशासन पर स्कूल प्रशासन से मिला भारत का आरोप लगा रही है। पुलिस को चाहिए कि शीघ्र से शीघ्र इस मामले में अपनी छवि को स्पष्ट कर जनता के बीच अपना विश्वास कायम करें।