किसी ने सही कहा है
इश्क मुआ चीज है ऐसी
जिंदगी कम और मौत ज्यादा देती है
जिंदा थे तो कोई नही जानता था
मरने के बाद नाम बड़ा देती है।
शायद यही अंजाम हुआ सौरभ का सजा मिली इश्क की और नाम बड़ा हुआ जिस सौरभ को शायद कल तक इतने लोग नही जानते होंगे जितने आज याद करते है, इश्क की राह में मारा गया सौरभ।
रेपुरा रामपुर गांव का सौरभ सोनवर्षा गांव की लड़की से प्यार कर बैठा सूत्रों की माने तो लंबे समय से चल रहा था प्यार का सिलसिला पर दिन शुक्रवार का सौरभ चला आया मिलने प्रेमिका से पर घरवालों को पता चला तो उनलोगो ने बड़ी बेरहमी से सौरभ की हत्या कर दी इंतहा तो तब हुई जब उनलोगो ने उसके शरीर के टुकड़े किये हालांकि पुलिस जांच कर रही है परंतु जैसा की पता चला है की लड़की के घरवालों ने उसे अस्पताल पहुंचा कर सौरभ के घरवालों को खबर की
फिल्म का वो गाना तो याद होगा
हम अपनी मोहब्बत का इम्तिहान देंगे
तेरे घर के सामने अपनी जान देंगे।